बात जो दिल में है
बात जो दिल में है तुमको वो बतायें कैसे
दिल की सरहद से ज़बाँ तक उसे लायें कैसे
एक तस्वीर जो इस दिल ने छुपा रक्खी है
चीर कर दिल को वो तस्वीर दिखायें कैसे
बड़ी हसरत से इन आँखों ने तेरे ख़्वाब भरे
हम इन आँखों से तेरे ख़्वाब हटायें कैसे
सभी नफ़रत के तरफ़दार हैं महफ़िल में तेरी
हम मोहब्बत की कोई बात उठायें कैसे
एक बेनाम सा रिश्ता है अभी तक तुमसे
इस हक़ीक़त को छुपायें तो छुपायें कैसे
..शिवकुमार बिलगरामी