बाढ़ की आपदा
बाढ़ की आपदा
कुण्डलिया
कैसे विपदा बाढ़ की, लिखकर पाऊँ पार
मैंने लाखों की सुनी, है तब करुण पुकार
है तब करुण पुकार ,पार जाने को जल से
बहुत उसी में डूब, गए जो मिले न थल से
स्थल पर जो लोग, गए हैं जैसे तैसे
तड़पें वे भी हाय ! एक दाने को कैसे
अवध किशोर ‘अवधू’
मोबाइल नंबर 9918854285
दिनांक 26-11-2024