बाँके की छटा (मत्त सवैया- ब्रज भाषा)
🙏
सुप्रभात !
जय श्री राधेकृष्ण !
शुभ हो आज का दिन !
🦚
बाँके की छटा
*************
मत नैन मिला याते सुनि लै,
ई नैनन में ठँसि जाबैगौ ।
अति मोटे नैना बारौ है ,
तोकूँ देखै हँसि जाबैगौ ।।
याकी हँसि में जो फँसि जाबै,
बाँके उरि में धँसि जाबैगौ ।
धँसिगौ बाँकौ उर एक बेर,
फिर ना निकसै फँसि जाबैगौ ।।५
*
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
***
🌻🌻🌻