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5 Jan 2023 · 1 min read

बहुत मुश्किलों से

दिल-ए- उलझनों से निकाला है खुद को ।
बहुत मुश्किलों से संभाला है खुद को ।।
सिवा तेरे मुझमें अब बाक़ी नहीं कुछ ।
बड़ी शिद्दतो से खंगाला है खुद को ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
11 Likes · 160 Views
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