बस नेक इंसान का नाम
कोरा कागज हाथ लेके
भव में उतरा हर इंसान
बल, बुद्धि औ विवेक से
वो उसमें भरे रंग तमाम
ईश्वर कृपा से ही मनुष्य
को मिलती है सही राह
उस पर चलकर वो पूरा
करता अपनी सभी चाह
परिजनों और पुरखों के
आशीष से मिले उसे बल
ऊर्जा से गतिमान होके वो
साधता अपने लक्ष्य सकल
जीवन भर करता रहता वो
सतत श्रेष्ठ बनने का प्रयास
इसमें उसकी मदद करता
उसका अपना ही विश्वास
जीवन उसी का सुफल है
जो आ सके दूजों के काम
जीवन के बाद धरा पर शेष
रहे बस नेक इंसान का नाम