बस इतनी तमन्ना है………….. गले लगा जाओ |भजन|
बस इतनी तमन्ना है, गौरा के साथ में आ जाओ
बस इतनी तमन्ना है, नन्दी के साथ में आ जाओ
आ जाओ शिव आ जाओ, कैलाश के वासी आ जाओ
कष्ट करो दूर भगतों के, तुम आके गले लगा जाओ
अपने दरश दिखा दो तुम, उभ्यंकर एक बार आ जाओ
आ जाओ शिव आ जाओ, कैलाश के वासी आ जाओ
बस इतनी तमन्ना है……………………….. वासी आ जाओ
सपनों को साकार करो, मन में कर दो उजियारा
तुमसे लगन लगी है प्रभु, दे दो साथ हमारा
पंचतत्व अभिषेक करूँ, तुम कृपा अपनी कर जाओ
गोद लिए गणपत को बाबा, कुटिया हमारी आ जाओ
आ जाओ शिव आ जाओ, कैलाश के वासी आ जाओ
बस इतनी तमन्ना है……………………….. वासी आ जाओ
ना मांगू बाबा हीरे मोती, और ना बंगला कारें
चरणों का हमें दास बना लो, सेवक खड़ा है द्वारे
दूर करो तुम अहम् हमारा, शरण में अपनी ले जाओ
तुम बिन नैय्या भटक रही है, आके पार लगा जाओ
आ जाओ शिव आ जाओ, कैलाश के वासी आ जाओ
बस इतनी तमन्ना है……………………….. वासी आ जाओ
नाग नन्दी और अपने गणों को, भी जगह बाबा दी है
कितनी भक्ति करी इन्होंनें, क्या – क्या परीक्षा दी है
मन की आँखें खोल दो प्रभु, मेरी विनती सुन जाओ
भाँग धतूरा खाने वाले, आत्मा कुंदन कर जाओ
आ जाओ शिव आ जाओ, कैलाश के वासी आ जाओ
बस इतनी तमन्ना है……………………….. वासी आ जाओ
है उमापति मृतुन्जय भोला, पाप मुक्त हमें कर जाओ
भाग सितारे जगा दो मेरे, रहमत अपनी कर जाओ
दया दृष्टि सदा तुम रखना, तन मन पावन कर जाओ
बिगड़ी बना दो हे शम्भू तुम, दुःख संताप मिटा जाओ
आ जाओ शिव आ जाओ, कैलाश के वासी आ जाओ
बस इतनी तमन्ना है……………………….. वासी आ जाओ
“मनोज कुमार”