बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को हम तरस गए !
~कैफ़ी आज़मी : पुण्यतिथि विशेष
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को हम तरस गए !
~कैफ़ी आज़मी : पुण्यतिथि विशेष