बल और बुद्धि का समन्वय हैं हनुमान ।
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बल और बुद्धि का समन्वय हैं हनुमान ।
सेवा त्याग समर्पण के पूरे हैं प्रतिमान।
शैव वैष्णव के भेद मिटाने वाले हैं
राम दूत अतुलित बल शील है हनुमान ।
शक्ति बल को भूल जाए धर्म के साथ रहो
जीवन का मूल्य सिखाते है हनुमान ।
हनुमान जयन्ती की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
विन्ध्यप्रकाश मिश्र” विप्र “