बलिदानियों की ज्योति पर जाकर चढ़ाऊँ फूल मैं।
बलिदानियों की ज्योति पर जाकर चढ़ाऊँ फूल मैं।
माथे लगाऊँ राष्ट्रभक्तों के चरण की धूल मैं ।।
वो कारगिल की चोटियों पर रक्तरंजित सरहदें ।
वो कर्मवीरों की विजय किंचित न जाऊँ भूल मैं।।
-जगदीश शर्मा
बलिदानियों की ज्योति पर जाकर चढ़ाऊँ फूल मैं।
माथे लगाऊँ राष्ट्रभक्तों के चरण की धूल मैं ।।
वो कारगिल की चोटियों पर रक्तरंजित सरहदें ।
वो कर्मवीरों की विजय किंचित न जाऊँ भूल मैं।।
-जगदीश शर्मा