बलवान उसे कहिए यारो, जो दीन दुखी संताप हरे।
मुक्तक
बलवान उसे कहिए यारो, जो दीन दुखी संताप हरे।
गलती से कोई ग़लती हो, बल होने पर भी माफ करें।
बल का प्रयोग न निर्बल पर, संकल्प करें ये जीवन में,
जो देशधर्म मानव सेवा में, अर्पित जीवन आप करें।
……..✍️ प्रेमी