बर्बाद
दिल का जहां आबाद है तेरा गम जो साथ है
दौलत है तेरे ख्वाब की मैं कब हुआ बर्बाद।
रहमत है ये खुदा की तेरी दीद हो गयी,
तू ही है पास दिल के मेरी धड़कनों के बाद।
संजय नारायण
दिल का जहां आबाद है तेरा गम जो साथ है
दौलत है तेरे ख्वाब की मैं कब हुआ बर्बाद।
रहमत है ये खुदा की तेरी दीद हो गयी,
तू ही है पास दिल के मेरी धड़कनों के बाद।
संजय नारायण