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5 Aug 2024 · 1 min read

बर्दास्त की आख़िर हद तक देखा मैंने,

बर्दास्त की आख़िर हद तक देखा मैंने,
रफ्ता- रफ्ता उसे नज़रों से उतरते…♡

🥀🍂

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