Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2017 · 1 min read

” ———————————————- बन्धन कसे कसे से ” !!

हँसकर तुमने लूट लिया है , हम तो गये ठगे से !
मुस्कानों के इस जादू में , सपने जगे जगे से !!

खुशी दमकती पलकें उठती , आंखों की गहराई !
परिधानों में सिमटी काया , बन्धन कसे कसे से !!

कानों से जुल्फों की चुगली , बाली का इठलाना !
आँचल लहर लहरता जाये , यों ही बड़े मजे से !!

अपने ख्यालों का गुलदस्ता , तुमको सौंप दिया है !
बैरागी बन माला जपते , तुम हो सजे सजे से !!

वैभव माया सब झोली में , अपने पास बचा क्या !
उम्मीदें ही शेष रह गयी , रहते बचे बचे से !!

नाम तुम्हारा लिखकर मेटे , कल जाने कैसा हो !
हाथ तुम्हारे डोर छोड़ दी , हम तो बंधे बंधे से !!

बृज व्यास

Language: Hindi
Tag: गीत
584 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*घड़ा (बाल कविता)*
*घड़ा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
Keshav kishor Kumar
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माँ सच्ची संवेदना...
माँ सच्ची संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए
जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
माँ अपने बेटे से कहती है :-
माँ अपने बेटे से कहती है :-
Neeraj Mishra " नीर "
मैं तो महज नीर हूँ
मैं तो महज नीर हूँ
VINOD CHAUHAN
2773. *पूर्णिका*
2773. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले
Pratibha Pandey
निशाना
निशाना
अखिलेश 'अखिल'
अजब गजब
अजब गजब
Akash Yadav
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर
सत्य कुमार प्रेमी
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
Chunnu Lal Gupta
"लोभ"
Dr. Kishan tandon kranti
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
"" *सुनीलानंद* ""
सुनीलानंद महंत
9. *रोज कुछ सीख रही हूँ*
9. *रोज कुछ सीख रही हूँ*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
आदान-प्रदान
आदान-प्रदान
Ashwani Kumar Jaiswal
(18) छलों का पाठ्यक्रम इक नया चलाओ !
(18) छलों का पाठ्यक्रम इक नया चलाओ !
Kishore Nigam
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
Anand Kumar
जब तुम खामोश रहती हो....
जब तुम खामोश रहती हो....
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
🙅fact🙅
🙅fact🙅
*प्रणय प्रभात*
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
इंजी. संजय श्रीवास्तव
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दिल में मदद
दिल में मदद
Dr fauzia Naseem shad
लेखक होने का आदर्श यही होगा कि
लेखक होने का आदर्श यही होगा कि
Sonam Puneet Dubey
दिल ये इज़हार कहां करता है
दिल ये इज़हार कहां करता है
Surinder blackpen
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
ओसमणी साहू 'ओश'
*जीवन के गान*
*जीवन के गान*
Mukta Rashmi
परत
परत
शेखर सिंह
Loading...