बना लो कविता को सखी
बना लो अपनी कविता को तुम
जीवन की सबसे प्रिय सखी
जीवन भर यह रोने न देगी
हर पल हर क्षण निभाएंगी
यह तेरे संग वफा
तेरे चेहरे पर यह हँसी लाएगी।
जिन्दगी के सारे गम भुलाकर
तुझे जीने के नए ढंग सिखाएगी।
~अनामिका
बना लो अपनी कविता को तुम
जीवन की सबसे प्रिय सखी
जीवन भर यह रोने न देगी
हर पल हर क्षण निभाएंगी
यह तेरे संग वफा
तेरे चेहरे पर यह हँसी लाएगी।
जिन्दगी के सारे गम भुलाकर
तुझे जीने के नए ढंग सिखाएगी।
~अनामिका