बदलाव
सूरज को भी उगते, ढलते देखा है,
बंजर भू को फूलो, फलते देखा है।
सदा एक सा कभी, किसी का रहा नहीं,
हमने सबका वक़्त, बदलते देखा है।।
#विपिन_शर्मा
सूरज को भी उगते, ढलते देखा है,
बंजर भू को फूलो, फलते देखा है।
सदा एक सा कभी, किसी का रहा नहीं,
हमने सबका वक़्त, बदलते देखा है।।
#विपिन_शर्मा