Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2021 · 1 min read

बदलते वक़्त ने हमको ____ मुक्तक

_________मुक्तक_____
बदलते वक्त ने हमको, आज कितना बदल डाला।
छोड़कर अपनापन सारा जप रहे कैसी यह माला।
मान सम्मान छोड़ा है _ किधर यह वक्त दौड़ा है।
न ऐसे बदलो मेरे भाई, छोड़ संस्कारो की शाला।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
3 Likes · 415 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Janab hm log middle class log hai,
Janab hm log middle class log hai,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
कब करोगे जीवन का प्रारंभ???
कब करोगे जीवन का प्रारंभ???
Sonam Puneet Dubey
मुखौटा!
मुखौटा!
कविता झा ‘गीत’
"वक्त के पाँव में"
Dr. Kishan tandon kranti
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
sushil yadav
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
ओम् के दोहे
ओम् के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
Manoj Kushwaha PS
हिन्दी दोहे- सलाह
हिन्दी दोहे- सलाह
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"आओ मिलकर दीप जलायें "
Chunnu Lal Gupta
..
..
*प्रणय प्रभात*
उम्र आते ही ....
उम्र आते ही ....
sushil sarna
ଚୋରାଇ ଖାଇଲେ ମିଠା
ଚୋରାଇ ଖାଇଲେ ମିଠା
Bidyadhar Mantry
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
आर.एस. 'प्रीतम'
नवरात्रि-गीत /
नवरात्रि-गीत /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
पितरों के सदसंकल्पों की पूर्ति ही श्राद्ध
पितरों के सदसंकल्पों की पूर्ति ही श्राद्ध
कवि रमेशराज
हर सांस का कर्ज़ बस
हर सांस का कर्ज़ बस
Dr fauzia Naseem shad
दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों
दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ऐ वतन
ऐ वतन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
'महंगाई की मार'
'महंगाई की मार'
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
"आपके पास यदि धार्मिक अंधविश्वास के विरुद्ध रचनाएँ या विचार
Dr MusafiR BaithA
3238.*पूर्णिका*
3238.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
*रणवीर धनुर्धारी श्री राम हमारे हैं【हिंदी गजल/गीतिका】*
*रणवीर धनुर्धारी श्री राम हमारे हैं【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
कुछ उत्तम विचार.............
कुछ उत्तम विचार.............
विमला महरिया मौज
धड़कन की तरह
धड़कन की तरह
Surinder blackpen
ज़िद..
ज़िद..
हिमांशु Kulshrestha
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
Rituraj shivem verma
* लोकार्पण *
* लोकार्पण *
surenderpal vaidya
हे भगवान तुम इन औरतों को  ना जाने किस मिट्टी का बनाया है,
हे भगवान तुम इन औरतों को ना जाने किस मिट्टी का बनाया है,
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...