बदलते लोग भी टीचर से कम नहीं हैं,हर मुलाकात में कुछ नया सिखा
बदलते लोग भी टीचर से कम नहीं हैं,हर मुलाकात में कुछ नया सिखा जाते हैं।।
जो कभी अपने थे, वो दूरियाँ बना जाते हैं,हम भी उनसे सबक लेकर खुद को बदल जाते हैं।।
कभी हँसी में छुपा दर्द सिखाते हैं,तो कभी ख़ामोशी में कुछ गहरे राज़ बताते हैं।।
इन रास्तों पर चलते-चलते हम भी बदल जाते हैं,अपने होने का अंदाज़, अपना नज़रिया नया बना जाते हैं।।
जो आज करीब हैं, कल शायद दूर होंगे,उनके बदलते कदम हमें भी बदलने को मजबूर करेंगे।।
हर रिश्ता, हर चेहरा, कुछ पल के लिए ठहरता है,फिर नई राहों पर निकलकर हमें कुछ और सिखा जाता है।।
इन बदलते रिश्तों की स्याही से लिखी जाती है,ज़िन्दगी की किताब में हर दिन की नई कहानी।।
बदलते लोग भी टीचर से कम नहीं हैं,हम भी उनसे कुछ नया सीखकर आगे बढ़ जाते हैं।।