जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
Sentenced To A World Without You For All Time.
हमारा चंद्रयान
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
तुम कहो उम्र दरकिनार कर जाएं
*बहुमुखी प्रतिभा के धनी : साहित्यकार आनंद कुमार गौरव*
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
एक समय था जब शांतिप्रिय समुदाय के लोग घर से पशु, ट्यूवेल से
ऐ भाई - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया