बढ़ चुकी दुश्वारियों से
बढ़ चुकी दुश्वारियों से
तंग जीवन हो चला!
वस्ल की बातें करो न
आज फिर मिलकर ज़रा!!
रश्मि लहर
लखनऊ
बढ़ चुकी दुश्वारियों से
तंग जीवन हो चला!
वस्ल की बातें करो न
आज फिर मिलकर ज़रा!!
रश्मि लहर
लखनऊ