Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2024 · 2 min read

बड़े भाग मानुष तन पावा

अभी परसों की घटना है , लखनऊ विश्वविद्यालय के एक छात्रावास में BFA की एक छात्रा ने फांसी लगा ली । इस कदम के पीछे की हकीकत क्या है? नहीं पता । लेकिन लोगों का कहना है छात्रा ने किसी लड़के के प्रेम में पड़कर यह कदम उठाया है । हमारे समाज की यह बहुत बड़ी विडंबना है कि लोग कार्य-कारण संबंध बहुत जल्दी स्थापित कर लेते हैं । ख़ैर ….कारण चाहे जो रहा हो लेकिन उस छात्रा का यह कदम निंदनीय है । हमारे माता-पिता कुछ उम्मीद लिए खुद से दूर , हमें पढ़-लिखकर अपने जीवन में कुछ करने के लिए भेजते हैं । क्या हम सबका यह कर्त्तव्य नहीं कि हम उनकी उम्मीदों पर खरे उतरें ? कोई भी कारण इतना बड़ा नहीं हो सकता कि उसके लिए हम अपने इस खूबसूरत जीवन का अंत कर दें । शायद आज की पीढ़ी संघर्ष करना और विषम परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करना भूल गई है । उसे संघर्ष करने से कहीं ज्यादा आसान लगता है इस जीवनलीला को समाप्त कर देना । परंतु हमारी आज की युवा पीढ़ी को यह नहीं भूलना चाहिए कि संघर्षों में तपकर ही व्यक्तित्व निखरता है और हमारा इतिहास इसका प्रमाण है ।
एक बात अभिभावकों के लिए भी कहना चाहूंगी कि आप लोग अपने बच्चों से थोड़ा मित्रवत् व्यवहार रखें ताकि वो आपसे अपनी परेशानी साझा कर सकें । किसी से प्रेम करना ग़लत नहीं है लेकिन हमारे समाज में इसे इतनी निकृष्ट कोटि में डाल दिया गया है कि बच्चे ऐसी बातें साझा करते डरते हैं । ऐसे में आपका व्यवहार ही उन्हें ऐसी समस्याओं को आपसे बांटने की ताकत दे सकता है ।

इस घटना पर और मेरी इस प्रतिक्रिया पर आपके विचार सादर आमंत्रित हैं

Language: Hindi
Tag: लेख
6 Likes · 2 Comments · 248 Views

You may also like these posts

तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
नजरों  के वो पास  हैं, फिर भी दिल दूर ।
नजरों के वो पास हैं, फिर भी दिल दूर ।
sushil sarna
“लफ़्ज़-लफ़्ज़ नश्तर हैं,अर्थ में नसीहत  है।
“लफ़्ज़-लफ़्ज़ नश्तर हैं,अर्थ में नसीहत है।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
2674.*पूर्णिका*
2674.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीत- जताकर प्यार दिल से तू...
गीत- जताकर प्यार दिल से तू...
आर.एस. 'प्रीतम'
गुदगुदी
गुदगुदी
D.N. Jha
कैसै कह दूं
कैसै कह दूं
Dr fauzia Naseem shad
दिल को किसी के रंग में...
दिल को किसी के रंग में...
आकाश महेशपुरी
*नारी के सोलह श्रृंगार*
*नारी के सोलह श्रृंगार*
Dr. Vaishali Verma
"दोस्ताना "
DrLakshman Jha Parimal
काश कुछ ख्वाब कभी सच ही न होते,
काश कुछ ख्वाब कभी सच ही न होते,
Kajal Singh
तुझे देखने को करता है मन
तुझे देखने को करता है मन
Rituraj shivem verma
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़।
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़।
Rj Anand Prajapati
सावन
सावन
Bodhisatva kastooriya
तेवरीः साहित्य के नए तेवर + गिरि मोहन ‘गुरु’
तेवरीः साहित्य के नए तेवर + गिरि मोहन ‘गुरु’
कवि रमेशराज
कौन याद दिलाएगा शक्ति
कौन याद दिलाएगा शक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
#स्याह-सफेद#
#स्याह-सफेद#
Madhavi Srivastava
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#पते_की_बात-
#पते_की_बात-
*प्रणय*
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
हमारे अच्छे व्यवहार से अक्सर घृणा कर कोसते हैं , गंदगी करते
हमारे अच्छे व्यवहार से अक्सर घृणा कर कोसते हैं , गंदगी करते
Raju Gajbhiye
अंदर तेरे शक्ति अगर गंभीर है
अंदर तेरे शक्ति अगर गंभीर है
Priya Maithil
" करीब "
Dr. Kishan tandon kranti
दुनिया एक मुसाफिरखाना
दुनिया एक मुसाफिरखाना
Manoj Shrivastava
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
Ravi Betulwala
हर बात का सत्य है
हर बात का सत्य है
Seema gupta,Alwar
चम्पारण क्या है?
चम्पारण क्या है?
जय लगन कुमार हैप्पी
"बेखबर हम, नादान तुम " अध्याय -2 "दुःख सच, सुख मात्र एक आधार है |"
कवि अनिल कुमार पँचोली
आज की हकीकत
आज की हकीकत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...