बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा।
बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा।
अब तो बस उतरने का इंतज़ार है। ।
बहुत खायी है झूठी कसमें तुमने मेरे नाम की ।
अब तो बस गुजरनेे का इंतज़ार है।।
-दिवाकर महतो
बुण्डू, राँची, (झारखण्ड )
बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा।
अब तो बस उतरने का इंतज़ार है। ।
बहुत खायी है झूठी कसमें तुमने मेरे नाम की ।
अब तो बस गुजरनेे का इंतज़ार है।।
-दिवाकर महतो
बुण्डू, राँची, (झारखण्ड )