**बड़े चंगे दिन सी माये**
**बड़े चंगे दिन सी माये**
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कट्ठे खेडे कट्ठे खाये,
बड़े चंगे दिन सी माये,
कर कर चैते याद सताये,
नैना विचो अथरू आये।
सानू कोई फ़िक्र नहीं सी,
कोई आये कोई जाये।
मोर पपीहे मिल के सारे,
कोयल मीठा गाना गाये।
मनसीरत पीड़ बड़ी डूंघी,
यार गवाचे मुड़ ना आये।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)