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20 Jul 2024 · 1 min read

बड़ी सुहानी सी लगे,

बड़ी सुहानी सी लगे,
बारिश वाली रात ।
बस में फिर रहते नहीं ,
अधरों के उत्पात ।।

सुशील सरना / 20-7-24

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