बड़ी मुश्किल से लगा दिल
बड़ी मुश्किल से लगा दिल
इसकी दास्तां ही अलग है !
तुम कहॉ सुकून ढूंढते हो
उसका रास्ता ही अलग है !!
कवि दीपक सरल
बड़ी मुश्किल से लगा दिल
इसकी दास्तां ही अलग है !
तुम कहॉ सुकून ढूंढते हो
उसका रास्ता ही अलग है !!
कवि दीपक सरल