Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2023 · 1 min read

बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें

बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
जब तुम खुद के साथ बैठेगो
पल दो पल…..
तब तुम खुद की सुनोगे
खुद को सुनाओगे
Ruby

1 Like · 268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अंततः कब तक ?
अंततः कब तक ?
Dr. Upasana Pandey
लाख बुरा सही मगर कुछ तो अच्छा हैं ।
लाख बुरा सही मगर कुछ तो अच्छा हैं ।
Ashwini sharma
हसरतों की राह में, यूँ न खुद को खोते रहो,
हसरतों की राह में, यूँ न खुद को खोते रहो,
पूर्वार्थ
चिंगारी के गर्भ में,
चिंगारी के गर्भ में,
sushil sarna
To my dear Window!!
To my dear Window!!
Rachana
मेरे हिस्से में जितनी वफ़ा थी, मैंने लूटा दिया,
मेरे हिस्से में जितनी वफ़ा थी, मैंने लूटा दिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क़ानून
क़ानून
Shashi Mahajan
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
rubichetanshukla 781
"पहला चुम्बन"
Dr. Kishan tandon kranti
फैला था कभी आँचल, दुआओं की आस में ,
फैला था कभी आँचल, दुआओं की आस में ,
Manisha Manjari
इस बार
इस बार "अमेठी" नहीं "रायबरैली" में बनेगी "बरेली की बर्फी।"
*प्रणय*
ദുരന്തം.
ദുരന്തം.
Heera S
मन मूरख बहुत सतावै
मन मूरख बहुत सतावै
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
आर.एस. 'प्रीतम'
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
VINOD CHAUHAN
*मनकहताआगेचल*
*मनकहताआगेचल*
Dr. Priya Gupta
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
manjula chauhan
*फिर से बने विश्व गुरु भारत, ऐसा हिंदुस्तान हो (गीत)*
*फिर से बने विश्व गुरु भारत, ऐसा हिंदुस्तान हो (गीत)*
Ravi Prakash
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
संस्मरण #पिछले पन्ने (11)
संस्मरण #पिछले पन्ने (11)
Paras Nath Jha
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
शिव प्रताप लोधी
जिसने जीवन सौगात दिये, उस प्रेमिल माता को नमन।
जिसने जीवन सौगात दिये, उस प्रेमिल माता को नमन।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"अधूरा रिश्ता"
Yogendra Chaturwedi
पत्रकारिता सामाजिक दर्पण
पत्रकारिता सामाजिक दर्पण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
नया सवेरा
नया सवेरा
AMRESH KUMAR VERMA
3165.*पूर्णिका*
3165.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" एक थी बुआ भतेरी "
Dr Meenu Poonia
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
Rj Anand Prajapati
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...