बड़ा मज़ा आता है,
बड़ा मज़ा आता है,
मानसून के बरसते पानी में
अभी भी बच्चा ही हूं,
बुढ़ापे की मदमस्त जवानी में
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
बड़ा मज़ा आता है,
मानसून के बरसते पानी में
अभी भी बच्चा ही हूं,
बुढ़ापे की मदमस्त जवानी में
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”