बड़ा बेवाक लहज़ा है बड़ी दिलकश अदायें हैं,
बड़ा बेवाक लहज़ा है बड़ी दिलकश अदायें हैं,
चला कर तीर इस दिल पर सितम कितनो ने ढाये हैं।
बचा एक तू -ही है आशिक जो मुझसे प्यार करता है,
बहुत मासूम है चेहरा बड़ी कातिल निगाहें हैं।।
Phool gufran
बड़ा बेवाक लहज़ा है बड़ी दिलकश अदायें हैं,
चला कर तीर इस दिल पर सितम कितनो ने ढाये हैं।
बचा एक तू -ही है आशिक जो मुझसे प्यार करता है,
बहुत मासूम है चेहरा बड़ी कातिल निगाहें हैं।।
Phool gufran