बच्चों को इतवार (बाल कविता)
बच्चों को इतवार (बाल कविता)
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हफ्ते भर में मस्ती करने
दिन आता इक बार,
सबसे ज्यादा अच्छा लगता
बच्चों को इतवार
सुबह देर से उठते
इस दिन बस्ता नहीं लगाते,
पड़ी सातवें दिन की छुट्टी
दिन भर शोर मचाते
रंग बिरंगे कपड़े पहने
घर से बाहर आए,
दिन भर गायब रहे
शाम तक नहीं कहीं मिल पाए
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451