बच्चे बड़े होते जा रहे हैं ….
बच्चे बड़े होते जा रहे हैं …
बच्चे बड़े होते जा रहे हैं ….
गुड्डा-गुड़िया भूल भूलाकर,
मारपीट मैं हाथ बढ़ा रहे हैं l
किसी को चोट लगी,
किसी का खून बहा,
फिर लड़ाई , आतंक मचा कर ,
माँ-पिता को गुस्सा रहे हैं l
बच्चे बड़े होते जा रहे हैं …
घर से मन भुलाकर ,
विदेशी सपने पाल रहे हैं l
बच्चों की गलतियाँ,
उनके बड़े सुधार रहे हैं l
सिर पर गुस्सा है ,
आँखों में आक्रोश ,
मन भेदी है उनका,
और दिल कठोर l