बचके रहना मुनिया
बचके रहना मुनिया जमाना खराब है । बचके।
।।।।।
अब कौन कहां ठगले।पग पग पर है यहां कंटीले। इन्सान के रूप में हर जगह खिले हैं। अमृत छोड़ पीते शराब है। बचके रहना मुनिया जमाना खराब है।।लगे तेरे को फसाने।कई है बहाने। चारों तरफ से लगाये निशाने। पैसों के चक्कर में दिखाते सबाव है। बचके रहना मुनिया जमाना खराब है।।
मुंह पर कुछ और है । अन्दर कुछ और है। अन्धकार छाया चहुं और है।देख लेना इनके आ्व,भाव है। बचके रहना मुनिया जमाना खराब है।।