बंद मुट्ठी
जिंदगी को बंद मुट्ठी की तरह सहेज कर रखना कि सब समझें के उसमें हीरे मोती हैं ।जिसकी इंतिहाँ के इंतजार में सब रहें कि वह कब खुले और उन्हें मिले। और सब तुम्हारी जिंदगी खुश गवार बनाने मे लगे रहें।
जिंदगी को बंद मुट्ठी की तरह सहेज कर रखना कि सब समझें के उसमें हीरे मोती हैं ।जिसकी इंतिहाँ के इंतजार में सब रहें कि वह कब खुले और उन्हें मिले। और सब तुम्हारी जिंदगी खुश गवार बनाने मे लगे रहें।