बंदर के हाथ में उस्तरा
बंदर के हाथ में उस्तरा है
यह सबके लिए ख़तरा है…
(१)
जब तक है गोदी मीडिया
तब तक देश में कचरा है…
(२)
मैं जनता को क्या दोष दूं
वह तो बलि का बकरा है…
(३)
गंदी राजनीति के कारण
समाज का हर लफड़ा है…
(४)
दीन-धर्म कुछ और नहीं
झूठ-मूठ का पचड़ा है…
(५)
कौन विश्वगुरु कैसे भूदेव
सब जाहिलों का नखरा है…
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Shekhar Chandra Mitra
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