Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2024 · 1 min read

बंदर के हाथ में उस्तरा

बंदर के हाथ में उस्तरा है
यह सबके लिए ख़तरा है…
(१)
जब तक है गोदी मीडिया
तब तक देश में कचरा है…
(२)
मैं जनता को क्या दोष दूं
वह तो बलि का बकरा है…
(३)
गंदी राजनीति के कारण
समाज का हर लफड़ा है…
(४)
दीन-धर्म कुछ और नहीं
झूठ-मूठ का पचड़ा है…
(५)
कौन विश्वगुरु कैसे भूदेव
सब जाहिलों का नखरा है…
#geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#आजादी #poetry #कविता
#political #satire #politics
#कटाक्ष #व्यंग्य #राजनीति #सच
#हिंसा #दंगा #नफरत #हमला
#JNU #Communalism

Language: Hindi
Tag: गीत
14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खुद को इतना हंसाया है ना कि
खुद को इतना हंसाया है ना कि
Rekha khichi
■ कितना वदल गया परिवेश।।😢😢
■ कितना वदल गया परिवेश।।😢😢
*प्रणय प्रभात*
लाड बिगाड़े लाडला ,
लाड बिगाड़े लाडला ,
sushil sarna
भीड से निकलने की
भीड से निकलने की
Harminder Kaur
3475🌷 *पूर्णिका* 🌷
3475🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
माना तुम्हारे मुक़ाबिल नहीं मैं।
माना तुम्हारे मुक़ाबिल नहीं मैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
खेल सारा सोच का है, हार हो या जीत हो।
खेल सारा सोच का है, हार हो या जीत हो।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
Anand Kumar
"वैसा ही है"
Dr. Kishan tandon kranti
कितने एहसास हैं
कितने एहसास हैं
Dr fauzia Naseem shad
रिश्ते
रिश्ते
विजय कुमार अग्रवाल
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
Dr. Vaishali Verma
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
Manoj Mahato
छप्पन भोग
छप्पन भोग
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
आज का चयनित छंद
आज का चयनित छंद"रोला"अर्ध सम मात्रिक
rekha mohan
गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए
गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
समकालीन हिंदी कविता का परिदृश्य
समकालीन हिंदी कविता का परिदृश्य
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कोयल (बाल कविता)
कोयल (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
बैठकर अब कोई आपकी कहानियाँ नहीं सुनेगा
बैठकर अब कोई आपकी कहानियाँ नहीं सुनेगा
DrLakshman Jha Parimal
वृद्धाश्रम में दौर, आखिरी किसको भाता (कुंडलिया)*
वृद्धाश्रम में दौर, आखिरी किसको भाता (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
वादे करके शपथें खा के
वादे करके शपथें खा के
Dhirendra Singh
विचार, संस्कार और रस-4
विचार, संस्कार और रस-4
कवि रमेशराज
दिल चेहरा आईना
दिल चेहरा आईना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रोशनी
रोशनी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
इक पखवारा फिर बीतेगा
इक पखवारा फिर बीतेगा
Shweta Soni
ये चांद सा महबूब और,
ये चांद सा महबूब और,
शेखर सिंह
सावन में संदेश
सावन में संदेश
Er.Navaneet R Shandily
भीख
भीख
Mukesh Kumar Sonkar
କୁଟୀର ଘର
କୁଟୀର ଘର
Otteri Selvakumar
#सृजनएजुकेशनट्रस्ट
#सृजनएजुकेशनट्रस्ट
Rashmi Ranjan
Loading...