बंकिम चन्द्र प्रणाम
साहित्य देश प्रेम था, बंकिम दा यूँ छाय
गद्य-पद्य दोनों रचे, काम राष्ट्र के आय
बंकिम चन्द्र प्रणाम है, तुमको बारम्बार
देशभक्ति साहित्य का, लगा दिया अम्बार
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साहित्य देश प्रेम था, बंकिम दा यूँ छाय
गद्य-पद्य दोनों रचे, काम राष्ट्र के आय
बंकिम चन्द्र प्रणाम है, तुमको बारम्बार
देशभक्ति साहित्य का, लगा दिया अम्बार
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