फोन हानिकारक
घर की घंटी बजती है । माँ दरवाजा खोलती है ।
राजू – माँ आज बहुत भूख लगी है मुझे खाना दे दो स्कूल से बहुत काम मिला है मुझे पूरा करना है ।
मां – अरे राजू इतनी भी क्या जल्दी है घर में घुसा ही नहीं स्कूल के काम की जल्दी है । रोज़ ही स्कूल से तुझे इतना काम मिलता है ।
राजू – माँ पेपर नजदीक है इसलिए काम ज्यादा मिलता है ।
माँ – चल खाना खा ले फिर थोड़ी देर आराम कर ले ।
राजू – माँ मुझे खाना कमरे में दे दो मैं खाना भी खा लूंगा और पढ़ भी लूंगा ।
माँ राजू को खाना देकर आराम करने चली जाती है । राजू माँ का फोन उठाकर कमरे में ले अाता है और फोन पर गेम खेलने लगता है ।
राजू शैतान तो है ही अब झूठ भी बोलने लगा है आजकल फोन पर गेम खेलने की आदत और अपने दोस्तों से फोन पर बातें करने की आदत पड़ गई है ।
राजू फोन मिलाता है और फोन पर रोहन से बातचीत करता है ।
राजू – रोहन तूने स्कूल का काम कर लिया ।
रोहन – हाँ , आधा किया है । तूने कर लिया ।
राजू – नहीं अभी तो खाना ही खाया है । मम्मी सो रही हैं । चुपके से फोन लिया है ।
रोहन – तुझे ऐसा नहीं करना चाहिए । हमें अपने माता- पिता को धोखा नहीं देना चाहिए । हमारी पढ़ाई ज्यादा जरूरी है तू फोन बंद कर मुझे पढ़ना है ।
मैं तो यही कहूँगा कि तू भी अब फोन बंद करके पढ़ ले कल क्लास टेस्ट है । वैसे मैं तुझे एक सलाह देता हूँ फोन हमारे लिए बहुत हानिकारक है हमें इसका प्रयोग केवल अपने मम्मी और पापा की निगरानी में ही करना चाहिए । फोन से या इंटरनेट से हमें अच्छी जानकारियाँ प्राप्त करनी चाहिए न कि उसका गलत प्रयोग करके अपने भविष्य का नुकसान करना चाहिए । एक बात और हमें फोन का इस्तेमाल केवल अपने माता-पिता की निगरानी में ही करना चाहिए माता-पिता से छिपकर हमें फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ।
राजू – रोहन मुझे माफ कर दे । मुझे तेरी बात समझ आ गई है । आगे से मैं अपने मम्मी- पापा की निगरानी में ही फोन का इस्तेमाल करूँगा और फोन का प्रयोग सही कार्यों के लिए ही नहीं करूँगा ।
माँ – राजू तुमने याद कर लिया बेटा ।पढ़ाई पूरी हो गई ।
राजू – मुझे माफ कर दो माँ । मैं पढ़ाई नहीं कर रहा था । आपका फोन चुपके से उठा लिया था और रोहन से बात कर रहा था । रोहन ने मुझे समझाया कि फोन का इस्तेमाल बच्चों को ज्यादा नहीं करना चाहिए । माँ मुझे माफ कर दो ।
माँ राजू को गले से लगा लेती है और कहती है मुझे तुम पर पूरा भरोसा है ।