*फोटो (लघुकथा)*
फोटो (लघुकथा)
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“भाई ! चेहरा कुछ भारी-भारी आया है ।ठीक से फोटो खींचो । हम इतनी दूर से आपके फोटो स्टूडियो में इसीलिए तो आए हैं कि अच्छा-सा ढंग का फोटो खिंच जाए।”- रामअवतार जी ने फोटो स्टूडियो के फोटोग्राफर से शिकायती लहजे में कहा। दरअसल रामअवतार जी को एक पासपोर्ट-साइज फोटो खिंचवाना था और किसी संस्था की पत्रिका में उसे भेजना था । वैसे तो आजकल मोबाइल से भी फोटो खिंच जाते हैं तथा उन्हें आसानी से व्हाट्सएप किया जा सकता है लेकिन राम अवतार जी चाहते थे कि फोटो बढ़िया खींची जाए। इसीलिए वह शहर के सबसे मशहूर फोटो स्टूडियो में आए थे ।
फोटो स्टूडियो के फोटोग्राफर ने एक नजर फोटो पर डाली । दूसरी नजर रामअवतार जी के चेहरे पर टिकाई और ग्राहक को संतुष्ट करने के भाव से बोला- “एक फोटो और खींच लेते हैं । आप चिंता मत करिए ।”
फोटोग्राफर ने फिर से एक फोटो खींच ली । रामअवतार जी को दिखाई। रामअवतार जी को इस बार भी फोटो पसंद नहीं आई ।
“देखिए ! आँखें कितनी भारी-भारी नजर आ रही हैं और चेहरे पर अभी भी थकान दिख रही है। मुझे पसंद नहीं है।”
फोटोग्राफर ने पुनः फोटो को देखा तथा रामअवतार जी के चेहरे से उसका मिलान किया । फिर कहने लगा -“एक फोटो और खींच लेते हैं । आप चिंता मत करिए।”
फोटोग्राफर ने इस बार रामअवतार जी का फोटो खींचने में कुछ देर लगाई । थोड़ा उनकी गर्दन को ऊंचा-नीचा तथा दाँया बाँया किया । फिर फोटो खींच कर कैमरे में देखा और बोला “इस बार बिल्कुल सही आई है ।”
रामअवतार जी ने फोटो देखा तो पिछली बार की तरह ही मुँह बिचका दिया । “यह कोई फोटो है ? इससे अच्छे तो दसियों फोटो मेरे पास कैमरे में पड़े हुए हैं । कुछ अच्छा फोटो खींचो ,तो मैं खिंचवा लूँ।”
फोटोग्राफर ने कहा “आप कैसा फोटो चाहते हैं ?”
“ऐसा कि जिसमें कम से कम मेरा चेहरा थका हुआ तो न हो । आँखें भारी-भारी नजर न आएँ। कुछ अच्छा लगना चाहिए।”
फोटोग्राफर मुस्कुरा कर कहने लगा -“यह तो तभी संभव है जब हम आपके चेहरे में किसी और की आँखें तथा किसी अन्य का खिलता हुआ चेहरा डाल दें ।”
“अर्थात आप कहना क्या चाहते हैं ?”- रामअवतार जी ने प्रश्न किया ।
“अंकल जी ! आप जैसे हैं ,फोटो वैसा ही तो आएगा ? “-फोटोग्राफर के दो टूक जवाब को सुनकर राम अवतार जी सोच में पड़ गए । फोटोग्राफर ने उन्हें “अंकल जी” कहकर अब उनकी समस्या का समाधान कर दिया था
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लेखक : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451