फैसला
बेसक बढ़ती उम्र और अनुभवों से तुम बड़े हो रहे हो
अब खुद ही सब फैसले कर लोगे और करना भी चाहिए इसमें कोई बुराई नहीं है।
तुम्हारे फैसले सही है या ग़लत यह वक्त ही बताएगा। इन फैसलों से ही तुम जिन्दगी के किस दर्जे के खिलाड़ी हो और बनने वाले हो पता चलेगा।
लेकिन………….
तुम फैसले लेने से पहले पूंछ नहीं सकतें हो या जरुरत नहीं समझते तो कम से कम फ़ैसले लेने के बाद उन्हें बता तो सकतें हो जिन्होंने तुम्हें इस लायक बनाया है।
तुम्हारी तरक्की से सिर्फ उन्हें खुशी ही होगी। उन्हें भी महसूस होगा तुम्हारी जिंदगी में उनका महत्व है तुम अब भी उनका सम्मान करते हो। दिल में कहीं ना कहीं उनके द्वारा प्राप्त ज्ञान को स्मरण रखतें हो।
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#दोस्त
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शिव प्रताप लोधी