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5 Dec 2022 · 1 min read

*फेसबुक-बीमारी(बाल कविता)*

फेसबुक-बीमारी(बाल कविता)
———————————–
नन्ही चिड़िया बोली –
‘मम्मी! मेरी आँखें भारी
सिर चकराना पूरे दिन- भर
ही रहता है जारी”

मम्मी बोलीं “प्यारी बिटिया !
यही मुझे बीमारी

चलो दिखाऍं डाक्टर को
जो दे दवाइ‌याँ सारी”

डाक्टर ने जब सुना हाल
तो कहा “नहीं घबराएं
आप दवा कोई भी हर्गिज
खुद से तनिक न खाएं

सब कुछ होगा ठीक
आपको यह है मुझे बताना
कम कर दें यदि आप
“फेसबुक” को दिन रात चलाना
————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा,रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 99976 15451

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