फूल या कांटे
फूल या कांटे
दया करके मुझ पर मेरा अपमान न किया जाए,
फूल हो या कांटे -जिसकी मैं हकदार हूं मुझे वही दिया जाए।
✍️ लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा’
फूल या कांटे
दया करके मुझ पर मेरा अपमान न किया जाए,
फूल हो या कांटे -जिसकी मैं हकदार हूं मुझे वही दिया जाए।
✍️ लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा’