फूल और तुम
तेरे गालों में भी इन पंखुड़ियों सी मृदुता होगी,
तेरे होठों की लाली भी किरणों में चमकती होगी,
तेरी खुशबू में भी इनके जैसी ही एक मदहोशी होगी,
मुझे पता है तू अपने इन भेजे हुए फूलों जैसी होगी।
– सिद्धांत शर्मा
तेरे गालों में भी इन पंखुड़ियों सी मृदुता होगी,
तेरे होठों की लाली भी किरणों में चमकती होगी,
तेरी खुशबू में भी इनके जैसी ही एक मदहोशी होगी,
मुझे पता है तू अपने इन भेजे हुए फूलों जैसी होगी।
– सिद्धांत शर्मा