फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
मैंने भी किस बेरहम चेहरे पर एतबार किया।
शीशे कि तरह दिल को मेरे उसने तोड़कर ।
मैंने भी किस संगदिल सनम से था प्यार किया।।
Phool gufran
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
मैंने भी किस बेरहम चेहरे पर एतबार किया।
शीशे कि तरह दिल को मेरे उसने तोड़कर ।
मैंने भी किस संगदिल सनम से था प्यार किया।।
Phool gufran