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26 Jul 2021 · 1 min read

फिराक में है

उनके डगमग पांवों को बदकिस्मती चूमने के फिराक में है।
वे अपने ही खयालों और सवालों में घूमने की फिराक में हैं।
जिन्हें ये तक ख़याल नही है वो खड़े या बैठे हैं,
वे एकबार फिर से मदमस्त होकर झूमने की फिराक में हैं।
-सिद्धार्थ

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 147 Views
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