फिजा में तैर रही है तुम्हारी ही खुशबू।
फिजा में तैर रही है तुम्हारी ही खुशबू।
बिखेर कर चले गए हो जो अनजाने में।।
भले अपनो ने ही बदनाम कर दिया “कश्यप”।
खूब चर्चा है तेरी आजकल जमाने में।।
फिजा में तैर रही है तुम्हारी ही खुशबू।
बिखेर कर चले गए हो जो अनजाने में।।
भले अपनो ने ही बदनाम कर दिया “कश्यप”।
खूब चर्चा है तेरी आजकल जमाने में।।