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17 Jun 2017 · 1 min read

फासले

हाइकु- फासला

फासले दूरी
निभाते मजबूरी
बस नाम की।

कोशिश भी की
फासला घटा नहीं
उम्र गुज़री।

लड़ते रहे
बढ गये फासले
बीच हमारे।

देख लेती है
धुंधले चश्मे से मां
बढ़ी दूरियां।

दरमियां है
फकत फासला ही
यही शेष है।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 453 Views
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