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22 Feb 2022 · 1 min read

*फागुन तुम मत आना 【गीत 】*

फागुन तुम मत आना 【गीत 】
■■■■■■■■■■■■■■
फागुन तुम मत आना
【 1 】
आग लगी है मारामारी
जगह-जगह है गोलीबारी
इसकी माँगें-उसकी माँगें
माँगें रखना अब भी जारी

देखो जी हालात देश के
कहीं झुलस मत जाना
फागुन तुम मत आना

【 2 】
रस्ते में है गड़बड़झाला
पड़ता है नारों से पाला
खाना और नहाना दूभर
दिखता सिर्फ धुँआ है काला

कहीं न छेड़े तुमको कोई
लेकर नया बहाना
फागुन तुम मत आना

【 3 】
शहर कौन लेकर आएगा
मस्ती में क्या भर पाएगा
आओगी तो बतलाओ यह
कौन यहाँ तुमको गाएगा ?

तुम्हें लगेगा देश अपरिचित
हो जैसे अनजाना
फागुन तुम मत आना
■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997 615451

Language: Hindi
Tag: गीत
571 Views
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