Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
188 Followers
Follow
Report this post
7 Sep 2024 · 1 min read
फ़ासला बे’सबब नहीं आया ,
फ़ासला बे’सबब नहीं आया ,
दूर तुम भी तो हो गये हमसे।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 38 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like:
The Kiss 👄
Otteri Selvakumar
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
gurudeenverma198
कोई जब पथ भूल जाएं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वक़्त बहुत कम है.....
shabina. Naaz
बयार
Sanjay ' शून्य'
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मीना
Shweta Soni
#मुक्तक-
*प्रणय*
गिलहरी
Kanchan Khanna
मन मयूर
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो।
Neelam Sharma
दिल अब
Dr fauzia Naseem shad
23/112.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*"माँ कात्यायनी'*
Shashi kala vyas
*परसों बचपन कल यौवन था, आज बुढ़ापा छाया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
पितृ तर्पण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शराब नहीं पिया मैंने कभी, ना शराबी मुझे समझना यारों ।
Dr. Man Mohan Krishna
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
संजय कुमार संजू
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
AMRESH KUMAR VERMA
वसंत - फाग का राग है
Atul "Krishn"
शिक्षित लोग
Raju Gajbhiye
दीपावली
Deepali Kalra
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
आप विषय पर खूब मंथन करें...
Ajit Kumar "Karn"
वृक्षारोपण कीजिए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
Dr Tabassum Jahan
ग़ज़ल _ इस जहां में आप जैसा ।
Neelofar Khan
जुदाई - चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...