फर्जी /कुण्डलियां
फर्जी
फर्जी फर्जी सुन रहे , फर्जी फर्जी जाँच।
खबरें वश अखवार की,दोषी को नहि आँच।
दोषी को नहि आँच,दोष के सबूत गायब ।
डिजिटल सारे काम,लो खोजी स्कीमनायब।।
कह सुमित्र कविराज,चुका दो धोबी दर्जी।
आपस के व्यवहार,निभते किरदार फर्जी ।।
राजेश कौरव सुमित्र