फरेबी दुनिया
जहां की तस्वीरें लिये फिरता हूं, मगर पूछता हूं फिर भी क्या हुआ…
इससे अपनों का पता तो चलता है जनाब,
वरना यह फरेबी दुनिया ,
झूठ के पैरों पर खड़ी है…
उमेंद्र कुमार
जहां की तस्वीरें लिये फिरता हूं, मगर पूछता हूं फिर भी क्या हुआ…
इससे अपनों का पता तो चलता है जनाब,
वरना यह फरेबी दुनिया ,
झूठ के पैरों पर खड़ी है…
उमेंद्र कुमार