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7 Dec 2024 · 1 min read

फटा-फट सभी

मुक्तक
~~~
फटा-फट सभी कार्य होते रहे हैं।
नहीं लोग जो व्यर्थ सोते रहे हैं।
स्वयं ही सभी कुछ समय पर निपटता।
कहीं कुछ नहीं व्यर्थ खोते रहे हैं।
~~~
मुहब्बत अगर है बता दीजिए अब।
बहुत फासले हैं मिटा दीजिए अब।
फटा-फट हमें आज उस पार जाना।
किया वायदा भी निभा दीजिए अब।
~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य

1 Like · 1 Comment · 22 Views
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