प्रेरणा
प्रेरणा, यह शब्द सभी जानते है पर इसका मतलब बहुत कम लोग जानते हैं।
तुम जो भी काम करते हो उसका कारण है प्रेरणा। तुम्हारे हर व्यवहार को एक मतलब देता है और सही राह भी प्रेरणा दिखाती है। प्रेरणा तुम्हारा क्यों है।
प्रेरणा तुम्हारे कर्म को राह दिखाती है। पर क्यों ये तुम्हे स्वयं को खुद समझाना होगा। तुम्हे पता होना चाहिए कि तुम्हारा महत्व क्या है। तुम्हे क्या खुश करता है? तुम्हारे अंदर क्या अच्छाई है?
तुम्हारा अध्यात्मिक दिशानिर्देश क्या है? तुम्हे क्या चाहिए?
तुम्हे हमेशा पता होना चाहिए कि तुम्हे क्या चाहिए।
चिंता मत करो की वो तुम्हे कैसे मिलेगा। बस तुम्हारी इच्छाशक्ति ताकतवर होनी चाहिए। तुम अपनी ओर से मेहनत करते रहो। कहा जाता है कि जो खुदकी मदद करता है उसकी मदद करने सारा ब्राह्मण जुट जाता है।
-वेधा सिंह