प्रेरणा दायक अशआर
परवाह नहीं करो कभी
तुम्हें कौन क्या समझता है।
कोशिश करो तुम हो जो,
वही सबको दिखाई दो।।
हार मानेंगे तो हरा देगी ।
ज़िंदगी सोच का सिला देगी ।।
ख़ासियत आपकी नज़र आये ।
भीड़ से आप फ़ासला कर लो ।।
ज़िंदगी को है शाद बस ज़रूरत तेरी ।
तेरी तदबीर में पोशीदा है क़िस्मत तेरी ।।
ज़िंदगी जीने की
कोशिश कीजिए दिल से ।
हर दिन नया नई
उम्मीद लेके आता है ।।
हौसलों की खुद में
बुनियाद ऐसी रखना ।
अंदर से टूट कर भी
जज़्बा-ए-शाद रखना ।।
क्यों मुश्किलों का हल नहीं मिलता ।
क्यों मुकद्दर पे बस नहीं चलता ।।
खुद पर बस एतबार हो हमको ।
‘कोशिशों’ से क्या नहीं मिलता ।।
उम्मीदों के धागों से हर ज़ख़्म को सियो ।
कल की फिक्र को छोड़ के बस आज को जियो ।।
तामीर फिर भी करेंगे अपनी हस्ती को ।
अंजाम चाहें मिट्टी का मिट्टी होना हो ।।
जीवन में प्यास की
ऐसी हो एक लगन ।
नैनो में स्पन्नो की
न हो कोई चुभन ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद